भारत के वाणिज्यिक कोयला उद्योग का इतिहास बहुत ही गौरव पूर्ण है!
स्वाधीनता से पहले कोयला उद्योग का इतिहास:
करीबन आज से २२० साल पहले सन १७७४ में जॉन सुमनेर एवेम हेअट्ली ने रानीगंज कोयला क्षेत्र और साथी में दामोदर नदी के पश्चिमी किनारे में कोयला खनन सुरु किये थे! दिन था ११-०८-१९७४!
सुरुके दिनों में चाहिदा के आभाव में कोयले के उद्पादन अधिक नही था!
सन १८१५ में पहली बार भूमिगत कोयला खदान सुरु हुए!
सन १८५३ में भाप इंजन के खोज से कोयले के चाहिदा में ब्रिधि आया ! कोयले का खनन बढ़ के औसतन १ लाख टन प्रति बर्ष हुआ !
भारत का सबसे पहले उधमी जो कोयला खनन उद्योग को चलाये थे वो है जमींदार श्री द्वारकानाथ टगोर !
द्वारकानाथ जी श्री रबिन्द्रनाथ टगोर के रिश्तेदार थे!
सन १९०० तक भारत में सालाना ६.१२ मीटर कोयले का उद्पादन होने लगा ! एवेम सन १९२० तक १८ मीटर सालाना कोयले का उद्पादन होने लगा!
कोयला |
सन १८५३ में भाप इंजन के खोज से कोयले के चाहिदा में ब्रिधि आया ! कोयले का खनन बढ़ के औसतन १ लाख टन प्रति बर्ष हुआ !
भाप इंजिन |
भारत का सबसे पहले उधमी जो कोयला खनन उद्योग को चलाये थे वो है जमींदार श्री द्वारकानाथ टगोर !
द्वारकानाथ जी श्री रबिन्द्रनाथ टगोर के रिश्तेदार थे!
द्वारकानाथ टगोर |
सन १९०० तक भारत में सालाना ६.१२ मीटर कोयले का उद्पादन होने लगा ! एवेम सन १९२० तक १८ मीटर सालाना कोयले का उद्पादन होने लगा!
पहला बिश्व युद्ध के बाद कोयले के चाहिदा में जबरदस्त ब्रिधि हुई ! पर सन १९३० के आस पास कोयले के उद्पादन में भरी गिराबट आई ! सन १९४२ तक २९ मीटर एवेम १९४६ तक ३० मीटर कोयले का उद्पादन होने लगा !
भारत के आजादी के बाद उद्यौग्पतियो ने ये महसूस किया की कोयला का उद्पादन बैगानिक एवेम एक निर्दिष्ट पद्धति से होना चाहिए!
नेशनल कोल डेवेलोपमेंट कोर्पोरेसीण का स्थापना:
सन १९५६ में भारत सरकार द्वारा नेशनल कोल डेवेलोपमेंट कोर्पोरेसीण का स्थापना हुआ ! सन १९५० में भारत सरकार द्वारा २ कोयला खानों को नियंत्रण किया जा रहा था !
खदान मजदूर |
काल इंडिया लिमिटेड का स्थापना:
कोल इंडिया स्थापना ३ चरणों में हुआ, १९७२ से १९७५ तक!
०१-०५-१९७२ को भारत कोकिंग कोल लिमिटेड का स्थापना हुआ!
भारत कोकिंग कोल लिमिटेड |
०१-०५-१९७३ को गैर कोकिंग कोल का रास्ट्री - करण हुआ ! अवेम कोल माइन ऑथोरिटी लिमिटेड का स्थापना हुआ !
कोल इंडिया लिमिटेड |
दो साल बाद ०१-११-१९७५ को कोल इंडिया लिमिटेड का स्थापना हुआ उसके ५ सहायक शाखाओं के साथ!
BCCl, CCl, WCL, ECL, CMPDIL.
अगर आप के पास भारत के कोयला उद्योग को लेके और अधिक जानकारी है तो कृपया हमें बताये! कमेन्ट लिखे!
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